Dushmani Shayari in Hindi हम तो दुश्मनी भी दुश्मन की औकात देखकर करते है बच्चो को छोड देते है और बडो को तोड देते हे. जो दिल के हैं सच्चे उनका दुश्मन पूरा जमाना हैं, इस रंग बदलती दुनिया का यही सच्चा फ़साना हैं. अब काश मेरे दर्द की कोई दवा न हो बढ़ता ही जाये ये तो मुसल्सल शिफ़ा न हो बाग़ों में देखूं टूटे हुए बर्ग ओ बार ही मेरी नजर बहार की फिर आशना न हो. ये कह कर मुझे मेरे दुश्मन हँसता छोड़ गए, तेरे दोस्त काफी हैं तुझे रुलाने के लिए. मेरे दुश्मन भी, मेरे
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